Sunday, October 2, 2011

मगर....


अगर वो प्यार कर लेती,
मेरा दामन पकड़ लेती,
तो जीवन में फ़क़त उससे
मोहब्बत फ़र्ज़ हो जाती,
मोहब्बत क़र्ज़ हो जाती,
मगर....
अच्छा किया उसने
मुझे समझा के चल निकली,
मुझे ठुकरा के चल निकली,
बहुत नादान सी है वो,
अभी अनजान सी है वो,
कहाँ मालूम है उसको,
मोहब्बत ज़िन्दगी में बस,
फ़क़त इक बार मिलती है,
अगर ठुकरा के चल निकलें,
तो उम्र बीत जाती हैं,
मोहब्बत की तमन्ना में,
मगर.....
हर एक रास्ते पे,
सिर्फ रुसवाई मिलती है,
फ़क़त तन्हाई मिलती है..

Monday, May 23, 2011


पा ली खुशियाँ तुने मेरा दिल जलाकर,
बोल क्या तू जी सकेगी मुझे भुलाकर,
तू खुश रह हर पल तेरी खुशियों के लिए मुझे ग़मों से भी प्यार है
बता एक पल के लिए भी क्या तुझे मेरा इंतज़ार है

Saturday, April 23, 2011

जाने वो किस से लड़ती होगी...


काफी अरसा बीत गया जाने अब वो कैसी होगी,
वक़्त की सारी कड़वी बातें चुप-चाप सहती होगी,
अब भी भीगी बारिश में वो बिन छतरी के चलती होगी,
मुझसे बिछड़े अरसा बीता अब वो किस से लड़ती होगी,

















अच्छा था जो साथ ही रहते बाद में उसने सोचा होगा,
अपने दिल की सारी बातें खुद से खुद ही कहती होगी

save Girls.... plzzz


Diary of a baby...

15 june- i get attached with Overy..

17th june- i am tissue now...

30th june- mujhe Maa se khana mila...

15th July- Maa papa se boli-"AAP PAPA BANNE WALE H"
MOM DAD ARE VERY HAPPY... (^_^) and me too

15th Sep. Mera dil jor jor se DHADAK raha h...

14th Oct- i've little hands, legs, head and stomach...

13th Nov- Today i was in ultrasound . WOW... m a GIRL... (^_^)

14th Nov- mom and dad... KILLED... me..............
my only crime was that i was a GIRL...

if u r HUMAN... plzz
pass this to everyone....
SAVE GIRL...
they also want to live...

खायी है कसम तेरे प्यार में मिट जाने की....

लाखों की है कोशिशें हमने तुमको भुलाने की,
छोड़ी नहीं कमी कोई तुमने भी याद आने की,
बाद तेरे जी पाने की खता हमसे हुई नहीं,
आई है अब बारी मेरी ऐ यार कसम निभाने की,
कैसे लगाये हम गले तेरे बाद ज़िन्दगी को सनम,
हमने तो खायी है कसम तेरे प्यार में मिट जाने की,
याद आते हैं हर पल वो गली तेरा कूचा,
होती नहीं क्या कोई दवा सब यादों को मिटाने की,
बाद यार के "जनाब" में ना रूह बाकि ना जान है,
कर दो रस्म पूरी इस बूत को तुम जलाने की.!!!!!!!!


Monday, January 24, 2011

माँ.............

सीने से लगा के कहा करती थी माँ मुझको,
तू लाल है मेरा ना सता मुझको,
पछतायेगा एक दिन जब मैं चली जाउंगी,
ना चाहते हुए भी अकेला छोड़ जाउंगी,
ज़माना दिखायेगा गर्मी की शिद्दत तुझको,
याद करके रोयेगा तू फिर मुझको,
मुद्दत से मेरी माँ ने सीने से नहीं लगाया,
अब सो गयी ख़ाक में जब कुछ कहने का वक़्त आया....!!!!!!!


Friday, December 31, 2010

आखरी ये ख़त एक बेवफ़ा के नाम है.......

आखरी बार आखरी ख़त मैंने लिखा उसे,
देती है मेरी मोहब्बत आखरी तोहफा उसे,
याद रखे या भुला दे मुझे परवाह नहीं,
याद करके भूल जाऊं उसको मैं ऐसा नहीं,
बेवफ़ा की बेवफाई साथ मेरे जाएगी,
और जब उठेगा जनाज़ा मेरा तो आवाजें आएंगे
आ देख ले ज़िन्दगी की ये आखरी ये शाम है,
आखरी ये ख़त एक बेवफ़ा के नाम है |