Friday, November 12, 2010

जनाज़ा....

तेरे बिना ये दिल नहीं मानेगा,
तुझसे जुदा रहूँ ये दिल नहीं चाहेगा,
तेरे साथ बीते हर पल की कसम,
अब आ जाओ वरना मेरा जनाज़ा जायेगा |

2 comments:

  1. सुन्दर प्रस्तुति .

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  2. शुक्रिया अशोक बजाज जी....

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