रूठा तुझसे तो इस अंदाज़ से रूठुंगा, तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे वजूद को तरसेगी !!!!!!!!
सुन्दर प्रस्तुति .
शुक्रिया अशोक बजाज जी....
सुन्दर प्रस्तुति .
ReplyDeleteशुक्रिया अशोक बजाज जी....
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