Saturday, April 23, 2011

खायी है कसम तेरे प्यार में मिट जाने की....

लाखों की है कोशिशें हमने तुमको भुलाने की,
छोड़ी नहीं कमी कोई तुमने भी याद आने की,
बाद तेरे जी पाने की खता हमसे हुई नहीं,
आई है अब बारी मेरी ऐ यार कसम निभाने की,
कैसे लगाये हम गले तेरे बाद ज़िन्दगी को सनम,
हमने तो खायी है कसम तेरे प्यार में मिट जाने की,
याद आते हैं हर पल वो गली तेरा कूचा,
होती नहीं क्या कोई दवा सब यादों को मिटाने की,
बाद यार के "जनाब" में ना रूह बाकि ना जान है,
कर दो रस्म पूरी इस बूत को तुम जलाने की.!!!!!!!!


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